हेपेटाइटिस सी दुनिया के सभी हिस्सों में पाया जाता है और यह सभी उम्र, पृष्ठभूमियों और संस्कृतियों के लोगों को प्रभावित करता है। दुनिया भर में लगभग ५८ करोड़ लोग दीर्घकालिक हेपेटाइटिस सी से पीड़ित हैं।
उचित उपचार के बिना, हेपेटाइटिस सी के कारण लीवर (यकृत) में क्षति (सिरोसिस) एवं लीवर का कैंसर हो सकता है।
यदि आपको हेपेटाइटिस सी हो जाता है तो आपका शरीर वायरस से लड़ने की कोशिश करेगा। चार में से एक व्यक्ति बिना उपचार के १२ महीनों के भीतर वायरस से छुटकारा पा लेगा। इसे एक्यूट हेपेटाइटिस सी कहा जाता है। शेष ७५% के शरीर में वायरस बना रहेगा। इसे क्रोनिक (दीर्घकालिक) हेपेटाइटिस सी कहा जाता है। चिकित्सीय उपचार के बिना क्रोनिक हेपेटाइटिस सी से पीड़ित लगभग एक तिहाई लोगों में लक्षण विकसित होंगे और लीवर को नुकसान होगा।
सौभाग्य से, हेपेटाइटिस सी के लिए ईलाज उपलब्ध है।
हेपेटाइटिस सी के लक्षण
हेपेटाइटिस सी से पीड़ित लोगों में अक्सर कोई लक्षण नहीं होते हैं। रक्त परीक्षण ही यह जानने का एकमात्र तरीका है कि आपको हेपेटाइटिस सी है या नहीं।
हेपेटाइटिस सी से पीड़ित लोगों में यदि लक्षण आयें तो उन्हें प्रतीत होने में लगभग २ से १२ सप्ताह लग सकते हैं। उन्हें ऐसा महसूस हो सकता है जैसे उन्हें फ्लू है, उनका मूत्र गहरा हो गया है और त्वचा और आंखें पीली हो गई हैं (पीलिया)।
यहां तक कि क्रोनिक (दीर्घकालिक) हेपेटाइटिस सी से पीड़ित लोग भी तब तक बीमार महसूस नहीं कर सकते जब तक कि उनका लीवर बुरी तरह क्षतिग्रस्त न हो जाए। इसमें कई साल लग सकते हैं। लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं:
आपके शरीर के दाहिनी ओर पेट में दर्द
दर्द और बुखार
चिन्ता या अवसाद (ऐंगज़ाइटी और डिप्रेशन)
मधुमेह
सूखी आंखें और शुष्क मुंह
थकान और नींद की समस्या
जी मिचलाना, उल्टी या भूख न लगना
त्वचा पर चकत्ते या खुजली
